
सफलता (Success) एक ऐसी चीज है जिसका स्वाद हर कोई चखना चाहता है, चाहे वो Businessman हो, चाहे वो साधु-सन्यासी हो या वो Students हो या कोई भी हो, आप किसी की भी बात कर लो। अगर आप सुख दुःख क्या होता है ये जानते हैं तो निश्चित ही आपके मन में एक समुद्र रूपी लहरो के रूप में आपके सपने उफान व हिलोरे लेते होंगे। एक कसक रहती ही है मन में की मेरे सपने कब पूरे होंगे उनको पूरा करने की रणनीति क्या होनी चाहिए और भी बहुत कुछ। और जब हमारे सोचे हुए सपने पूरे होते हैं तो ये कहलाते हैं “सफलता” (Success).
सपना वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही नहीं आने दे।
और कौन ऐसा होगा जो ये चाहेगा की उसके सपने पूरे ना हो, ऐसा एक भी नहीं दोस्तों। एक भी नही का मतलब एक भी नही, चाहे ये counting आप हजारों में कर लो या लाखों में। एक सफल इंसान कहलाने के लिए आप के पास 3 चीजों का होना बहुत ही जरूरी है और वो तीन चीजें हैं – “एक बड़ा लक्ष्य” (A Big Dream), “कठिन परिश्रम” (Hard Work) और तीसरी चीज जो है वो बहुत ही जरूरी है वो है “अपने काम के प्रति 100% फोकस” (100% Focus). किसी ने क्या खूब कहा है –
कौन कहता है आसमान में सुराख़ नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों’
दुष्यंत कुमार Dushyant Kumar
असफलता से सफलता का सृजन कीजिये. निराशा और असफलता, सफलता के दो निश्चित आधार स्तम्भ हैं।
सफलता प्राप्त करने के शानदार तरीके । सफलता के सूत्र, जीवन में सफलता के मूलमंत्र । How to get Success in Life in Hindi । Tips of Success in Life in Hindi । Rules / Law of Success in Hindi। Life Success Tips in Hindi । Article on Success in Hindi । Success Mantra in Hindi । Best Life Success Tips and Ideas in Hindi
यह Article उन महत्वाकांक्षी लोगों के लिए है जो बहुत ही तेजी से Successful होना चाहते है। आपका समय और यह जीवन बड़ा ही अनमोल है और सबसे बड़ी बर्बादी यह है की आप किसी वस्तु को पाने में कई वर्ष लगा दे, जिसे सिर्फ चंद महीनों में ही प्राप्त किया जा सकता था। Successful People अपनी कमियों को पहचानते है, अपनी कमियों को दूर करके अपनी Quality को बढ़ाते है और अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं।
आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत, असफलता नामक बिमारी को मारने के लिए सबसे बढ़िया दवाई है। ये आपको एक सफल व्यक्ति बनाती है।
सफलता तक पहुंचना एक खेल की तरह है जिसे जीतने के लिए एक सही रणनीति के साथ-साथ कड़ी मेहनत की भी बहुत जरूरत होती है। और सफलता का यह खेल हारने के नहीं लिए बल्कि जीतने के लिए खेलें और यदि आप सचमुच सफल होना चाहते है तो उन कामों को करने की आदत डालें, जिन्हें असफल व्यक्ति नहीं करना चाहते है। सफलता पर कोई लक्ष्मण रेखा नहीं खींच सकता, इसका कोई बंद दायरा नहीं हो सकता।
कोई भी हमेशा सफल नहीं होता और न कोई आजीवन असफल ही रहता है। इसलिए अगर आप अपनी सफलता को बनाये रखना चाहते हैं तो अपने आप को और अपने काम को current time के हिसाब से update करते रहे और अपने मेहनत को बनाये रखे।
अपनी पहली सफलता के बाद विश्राम मत करो क्योकि अगर आप दूसरी बार में असफल हो गए तो बहुत से होंठ यह कहने के इंतज़ार में होंगे की आपकी पहली सफलता केवल एक तुक्का थी।
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अगर कोई आप पर गुस्सा करे तो उस वक्त आप शांत होकर केवल उनकी बाते सुने, इससे सामने वाला का गुस्सा कम हो जायेगा और बाद में उसे खुद पर शर्म भी आएगी।
दोस्तों ये जीवन आपको बार बार नहीं मिलने वाला है इसलिए इसके एक एक पल का use करो अन्यथा आपके दोस्त रिश्तेदार कुछ ही सालों में कहीं और मिलेंगे अपनी आलीशान गाड़ी, बंगले के साथ और आप कहीं और। क्या आप जानते हैं कि आप कुछ भी कर सकते हैं, कुछ भी का मतलब कुछ भी। आपके अंदर ईश्वर की हर वो शक्ति है जो स्वयं परमात्मा के अंदर विद्यमान है।
मंजिल चाहें कितनी भी ऊँची क्यों न हो, रास्ते हमेशा पैरों के नीचे ही होते है।
आपके सपनों को पूरा करने कोई और नहीं आएगा, क्योंकि वो भी busy हैं अपने सपनों को पूरा करने में। अगर सपने आपने देखे हैं तो पूरा भी आप ही करेंगे। और ये दिन दिल्ली दूर नहीं है ये बस depend करता है तो आपकी सोच और मेहनत पर की आप चीजों को कैसे लेते हैं और उन पर effort कैसा लगाते हैं।
भगवान के भरोसे मत बैठिए, क्या पता भगवान हमारे भरोसे बैठा हो! – मांझी द माउंटेन मैन मूवी से Manjhi The Mountain Man Movie’s Dialogue
सफलता के मूलमंत्र | Success Tips in Hindi
एक विचार लें, उस विचार को अपनी जिंदगी बना लें। उसके बारे में सोचिये, उसके सपने देखिये, उस विचार को जिए। आपका मन, आपकी मांसपेशिया, आपके शरीर का हर एक अंग, सभी उस विचार से भरपूर हो। और दूसरे सभी विचारों को छोड़ दे। यही सफ़लता का तरीका हैं। पूरे विश्वास के साथ अपने सपनो की तरफ बड़ो। वही जिंदगी जियो जिसकी कल्पना आपने की है।
इंतज़ार करना बंद करो. क्योंकि सही समय कभी नहीं आता।
सबसे पहले खुद के बारे में समझे, जाने और अपने लक्ष्य को निर्धारित करें। अपने जीवन के निर्माणकर्ता आप खुद है इसलिए खुद से ही ये सवाल करें कि आप करना क्या चाहते है और किस बात में या किस क्षेत्र में आप best हैं उसी के अनुसार अपनी उर्जा उस काम में लगा दे जिस करते हुए आप आनंद महसूस करते है और अगर आप खुद के बारे में जान लेते है तो सफल होने में देर नहीं लगती। इसलिए सबसे पहले सफल होने के लिए आप खुद को पहचाने और अपने लक्ष्य को निर्धारित करें।
सफल होने के लिए, सफलता की इच्छा, असफलता के भय से अधिक होनी चाहिए।
संकल्प ही मनुष्य का बल है। जब भी किसी नए काम की शुरुआत करें तो मन में खुद पे विश्वास रखें कि आप सफल जरूर होंगे और सफल नहीं हुए तो तब तक प्रयास करते रहेंगे जब तक सफल हो ना जाएँ। बस यही हर सफलता का मन्त्र है। अपने जीवन के Important Goals को लिखें और आगे आने वाले महीनों या वर्षों में क्या बनना, करना या पाना चाहते है, उसकी सूची का विश्लेषण करें और उन कामों को चुन लें, जिनका आपके जीवन पर सबसे ज्यादा संभावित परिणाम हो सकता है और हर दिन अपने लक्ष्य की समीक्षा करें. यह आपको Way of Success पर ले जायेगा।
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।
मुश्किलें वो चीज़े होती है, जो हमें तब दिखती है जब हमारा ध्यान लक्ष्य पर नहीं होता। सभी Successful People का लक्ष्य पूरी तरह से केन्द्रित होता है। वे भलीभांति जानते है की वे क्या चाहते है और उसे हासिल करने के लिए life के हर दिन अपना पूरा ध्यान केन्द्रित करते है। लक्ष्य को तय करने की क्षमता ही सफलता की मुख्य योग्यता है। कल्पना करें की आप अपने लिए जो भी लक्ष्य चुनते है, आपमें उसे पाने की जन्मजात योग्यता है। आप सचमुच क्या बनना, पाना और प्राप्त करना चाहते है।
उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।
– स्वामी विवेकानंद Swami Vivekananda
व्यक्ति को आलस्य को त्याग कर फुर्ती से काम को करना चाहिए, अपितु निश्चित समय पर कार्य को करने की आदत डालनी चाहिए। जो व्यक्ति नियमित है, वह सदा अपना कार्य समय से ही करेगा औए लोग उस पर विश्वास करेंगे। आपके सामने कोई भी कार्य आए, उसे उसी वक्त शुरू कर दीजिये। और किसी भी कार्य को निर्धारित अवधि में पूरा करने की कोशिश करें। क्योंकि आज की नई कहावत है – “Time is More than Money” सुबह जल्दी उठिए और रात में देरी से बिस्तर पर जाइये, एक स्वस्थ्य व्यक्ति के लिए 6-7 घंटे नींद पर्याप्त होती है।
ज़िन्दगी में हम जो चाहते हैं उसके ना मिलने की एक ही वजह है- हमारा उन कारणों के बारे में सोचना कि हम वो चीजें क्यों नहीं पा सकते। – टोनी रोब्बिन्स Tony Robbins
रोज सुबह पांच बाते अपने आप से बोलें –
- मैं सबसे अच्छा हूँ।
- मैं यह कर सकता हूँ।
- भगवान हमेशा मेरे साथ है।
- मैं एक विजेता हूँ।
- आज का दिन मेरा दिन है।
इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं। हम वो सब कर सकते है, जो हम सोच सकते है और हम वो सब सोच सकते है, जो आज तक हमने नहीं सोचा।
आत्मविश्वास के साथ आप गगन चूम सकते हैं, और आत्मविश्वास के बिना मामूली सी उपलब्धियां भी आपकी पकड़ से परे हैं। इतिहास बताता है की बड़े बड़े कामयाब महापुरुषों को भी जीत से पहले हताश कर देने वाली बाधाओं का सामना करना पड़ा था और उन्हें जीत इसीलिये मिली क्योंकि उन्होंने कभी भी असफलताओं से मायूस होकर हार नहीं मानी। इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरुरी हैं। इसलिए कभी भी असफलताओं से हताश ना हों।
मैदान में हारा हुआ इंसान फिर से जीत सकता है, लेकिन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता।
जिंदगी में सफल होना है तो अपने लक्ष्य के प्रति पागलपन यानि की जूनून का होना बहुत ही जरूरी है। विफलता सफलता से ज़्यादा महत्वपूर्ण होती है। हमारे इतिहास में जितने भी बिजनिसमेन, साइंटिस्ट और महापुरुष हुए हैं वो जीवन में सफल बनने से पहले लगातार कई बार फेल हुए हैं। जब हम बहुत सारे कम कर रहे हों तो ये ज़रूरी नहीं कि सब कुछ सही ही होगा। लेकिन अगर आप इस वजह से प्रयास करना छोड़ देंगे तो कभी सफल नहीं हो सकते।
जरूरतमंद की मदद कीजिये क्योंकि क्या पता कल आपको किसी की मदद की जरुरत हो।
Henry Ford, जो बिलियनेर और विश्वप्रसिद्ध Ford Motor company के मालिक हैं। सफल बनने से पहले फ़ोर्ड पाँच अन्य बिज़निस मे फेल हुए थे। कोई और होता तो पाँच बार अलग अलग बिज़निस में फेल होने और कर्ज़ मे डूबने के कारण टूट जाता। लेकिन फ़ोर्ड ने ऐसा नहीं किया और आज एक अरबपति कंपनी (Billionaire Company) के मालिक हैं।
अगर विफलता की बात करें तो थॉमस अल्वा एडिसन का नाम सबसे पहले आता है। लाइट बल्व बनाने से पहले उन्होंने लगभग 1000 विफल प्रयोग किए थे।
भगवान उसी की मदद करते है जो अपनी मदद खुद करता है।
Albert Einstein जो 4 साल की उम्र तक कुछ बोल नहीं पाते थे और 7 साल की उम्र तक निरक्षर थे यानि कि लिख नहीं पाते थे। लोग उनको दिमागी रूप से कमजोर मानते थे लेकिन अपनी theory और सिद्धांतों के बल पर वो दुनिया के सबसे बड़े Scientist बने।
अब ज़रा सोचो की अगर हेनरी फ़ोर्ड पाँच बिज़नेस में फेल होने के बाद निराश होकर बैठ जाते, या एडिसन 999 असफल प्रयोग के बाद उम्मीद छोड़ देते और आईन्टाइन भी खुद को दिमागी कमजोर मान के बैठ जाते तो क्या होता?
मैं अपनी जिंदगी में बार-बार असफल हुआ हूँ और इसीलिए मैं सफल होता हूँ।
हम बहुत सारी महान प्रतिभाओं और अविष्कारों से अंजान रह जाते। इसलिए बात कुछ भी हो लेकिन हमें अपने जूनून, जज्बे और हौसलों को कम नहीं होने देना चाहिए और पूरे passion के साथ काम करना चाहिए।
यदि आप गरीब जन्मे हैं तो यह आपकी गलती नहीं है लेकिन यदि आप गरीब मरते हैं तो यह आपकी गलती है।
3 शानदार जवाब –
- सफलता का रहस्य क्या है ? – सही निर्णय।
- आप सही निर्णय कैसे लेते है ? – अनुभव से।
- आप अनुभव कैसे प्राप्त करते है ? – गलत निर्णय से।
सफलता पर आपने बहुत ही अच्छी tips बताई है | धन्यवाद |
बबिता सिंह जी ब्लॉग पर आने व अपना विचार व्यक्त करने के लिए आपको धन्यवाद्। 🙂 🙂
Thank you
You are most welcome …. Monu ji. 🙂
nice
धन्यवाद् राशिद अंसारी जी। 🙂 🙂
Good Summary…
धन्यवाद Amita Ji …..!! 🙂 🙂
Very Nice Good Advice
धन्यवाद शिव शंकर जी। 🙂 🙂
Enter Your Comment… smart tarika thank mai aap ka tips follow karuga
धन्यवाद …. प्रदीप जी। 🙂 🙂
Bahut hi acchi tarah aappne samjhaya hai ki safalta kaise payi jaye.
प्रोत्साहन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद रचना जी। 🙂 🙂
कमाल है यार ,अगर आपको हिंदी का सम्राट भी कहा जाये तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी। बहुत खूब
साहू जी, 🙂 अगर सच कहूँ तो अपने लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग सुनकर कौन गदगद न हो जाये लेकिन अगर बात हकीकत की की जाये तो हिंदी एक समुद्र की तरह है और उसके सामने मेरा स्थान उसमें मिलने वाली नदियों की जगह भी नही है जो कि उसमे समाहित होकर अपना अस्तित्व भूल जाती हैं।
मैं तो बस एक बूँद हूँ।
खैर ……Thank you for commenting.
HindIndia.com
thanks sir
Warm welcome … Maulik ji. 🙂
thank you for inspireng us great…
Thank you Abhishek ji for putting your views here. 🙂 🙂
thank you for inspireng us great… mja aa gya
Thanks a lot!! 🙂
बहुत अच्छा लगा पढ़ कर। वास्तव में गजब है, आपकी हिंदी काफी बेहतर है।
मुकेश जी, आपको यह आर्टिकल पसंद आया इसके लिए धन्यवाद। 🙂
तारीफ के शुक्रिया और बहुत-बहुत आभार मुकेश जी।
sir ji bahut hi acchi jankari di hai
Thank you so much … Nadir ji. 🙂
Ye bilkul sahi h
I like it
But my question about a target kaise choose kre
Ye mere liye kafi muskil h please help me
9996687703
रोहित जी, सबसे पहले आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और सादर आभार। 🙂
अगर मैं आपके लक्ष्य के बारे में बात करूँ तो ये आपको ही decide करना है और ये possible भी है, जैसा की आपने बोला कि ये मुश्किल है तो सबसे पहले मैं आपको ये बता दूँ कि इस modern और technology भरे दुनिया में मुश्किल कुछ भी नहीं होता है और ये सब हमारे mindset (सोच/दिमाग) के ऊपर निर्भर करता है।
उदाहरण के तौर पर – जिसके पास पैर है वो लंगड़ा बन के भीख मांग रहा है और जिसके पास पैर नहीं है वह नौकरी कर रहा है, means सब कुछ हमारी सोच और हिम्मत पर निर्भर करता है।
नहीं करने वालों के लिए बहाने हमेशा तैयार रहते हैं और करने वालों के लिए रास्ते हमेशा बने रहते हैं। कहते हैं ना कि – हिम्मते बंदा तो मदते खुदा।
लक्ष्य (Aim/Target) के लिए, इसके ऊपर थोड़ा समय दीजिये, विचार मंथन कीजिये और निर्णय निकालिये कि सच में आपका interest किसमें है और उस तरफ एक वीर की भांति आगे बढिये। भगवान आपकी मदद करेगा – हर पल, हर क्षण।
Thank you for commenting here!! 🙂
thankyou very much
Most welcome Neha ji 🙂