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Diwali Essay in Hindi | दीपावली (दिवाली) पर निबंध | Deepavali Essay in Hindi

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दीपावली (दिवाली) पर निबंध

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Diwali Essay in Hindi

दीपावली पर निबंध

दीपावली/दिवाली (Deepavali/Diwali) भारत (India) में सर्वाधिक मनाया जाने वाला त्योहार है, जो अब चंद दिनों में आने ही वाला है। इसे प्रकाश का पर्व माना जाता है। दीपावली (Deepawali) प्रकाश के साथ-साथ खुशियों, सफाई और एकता का भी प्रतीक है।

यूँ तो यह हिन्दुओं का प्राचीन त्यौहार है, लेकिन सिख, जैन और बौद्ध धर्म में भी इसकी काफी मान्यता है। जैन धर्म के लोग इसे महावीर भगवान के मोक्ष दिवस के रूप में मनाते हैं तथा सिखों के लिए यह ‘बंदी छोड़ दिवस’ होता है।

इस त्यौहार की मान्यता यह है कि भगवान राम इसी दिन 14 वर्ष का वनवास पूर्ण कर माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ अपनी नगरी अयोध्या पधारे थे और अयोध्या वासियों ने उनके लौटने की ख़ुशी में घी के दिए जलाकर पूरी नगरी को प्रकाश से रौशन कर दिया था। तभी से हर वर्ष हम दीपावली मनाते आ रहे हैं।

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दीप जलते रहें, मन से मन मिलते रहें, गिले शिकवें सारे मन से निकलते रहें। 🙂 सारे विश्व मे सुख-शांति की प्रभात ले आये, ये दीपों का त्यौहार खुशी की सौगात ले आये। 🙂 शुभ दीपावली !!

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास की घनघोर काली अमावस्या की रात को दीपावली (Diwali) आती है। ये अधिकतर अक्टूबर या नवम्बर के महीने में ही आती है। इस दिन घरों में सुबह के समय पकवान बनाकर देवी-देवताओं को भोग लगाया जाता है और शाम के समय मुहूर्त देखकर घर की औरतें सभी परिवारजनों के साथ मिलकर लक्ष्मी-पूजन करती हैं, रंगोली बनाती हैं, घर में हर जगह दीप जलाती हैं। बच्चे पटाखे जलाते हैं और बड़े घर-घर में मिठाई बांटते हैं।

Deepavali Essay in Hindi

दिवाली पर निबंध

लेकिन वास्तव में दीपावली (Diwali) का आज क्या अर्थ है ? केवल साफ़-सफाई, लक्ष्मी-पूजन (Worship of Lakshmi) और पटाखे ? महीने भर पहले से घरों, दफ्तरों और दुकानों की साफ़- सफाई, सजावट और प्रकाश ?

क्या केवल दीपावली/दिवाली (Deepavali/Diwali) ऐसे ही मनाई जाती है या हमें ऐसे ही मनानी चाहिए ?

ये प्रकाश का पर्व (Festival of Light) है, जिसमें हम आज के समय में घर में तो उजाला कर लेते हैं, लेकिन मन में अंधियारा (Dark) ही रह जाता है।

जी हाँ, यही सत्य है।

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🙂 Wishing you and your family a very Happy and Prosperous Deepavali 🙂

आइये आज स्वयं से कुछ प्रश्न कीजिये और जानिये कि दीपावली/दिवाली (Deepavali/Diwali) के वास्तविक महत्व को हम कहाँ भूल गए-

1. आप स्वयं ही सोचिये जहां पहले लोग अपने बुजुर्गों के साथ इकट्ठे होकर और नाते-रिश्तेदारों को गले लगाकर दीपावली (Diwali) मनाते थे, आज वहीं एक परिवार चार जगह बिखरा-बिखरा दीपावली (Deepawali) मनाता है, क्योंकि लोगों के पास घर लौटने का समय ही नहीं है।

नौकरी, बच्चों के स्कूल और खर्चे के कारण लोग अपनों के पास जाना ही नहीं चाहते। ऐसा क्यों ?

2. दूसरी ओर हम जहां मित्रगणों को महंगी-महंगी मिठाई या उपहार बांटते हैं, वहीँ गरीबों का दान हमें इतना महंगा क्यों लगता है, कि हम कहीं कंगाल ही न हो जाएँ ?

Importance of Diwali in Hindi

दिवाली का महत्व

3. दीपावली (Diwali) में घर में महंगी से महंगी लाइट लगाकर रोशनी (light) करना आजकल फैशन हो चुका है। लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा है कि केवल किसी एक गरीब या अनाथ बच्चे के जीवन में आप उसकी फीस भरकर और किताबें खरीदकर शिक्षा का प्रकाश भरें। नहीं न!

तो अब ज़रूर सोचिये, क्योंकि ऐसा करने से उस बच्चे की मुस्कान आपके जीवन में सुकून की रोशनी लाएगी।

4. घर में, मंदिरों में प्रकाश तो होता है, लेकिन फिर भी मन मैले ही हैं। मन में किसी के लिए द्वेष, किसी के लिए नफरत, किसी के लिए घृणा, किसी से जलन की भावना हमारे मन में इस दिन भी बनी रहती है।

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दीपक की रौशनी, पटाखों की आवाज, सूरज की किरणे,खुशियों की बौछार, चन्दन की खुश्बू, अपनों का प्यार, मुबारक हो आप को दीवाली का त्यौहार। 🙂 Happy Deepawali 🙂

जबकि होना ये चाहिए कि जो भी गलत भावना मन में है वो दीपावली/दिवाली (Deepavali/Diwali) के दीपों की लौ में जलकर भस्म हो जाए।

5. भगवान राम, सीता माता को रावण से मुक्त कराके अयोध्या लौटे और ये पर्व भी माता लक्ष्मी को ही समर्पित है और पूजा भी घर की लक्ष्मी यानि कि एक औरत ही करती है। लेकिन सदियों से दीपावली (Diwali) मनाता आ रहा हमारा देश वास्तव में औरतों की कितनी इज्ज़त करता है ?

प्रतिदिन दहेज़ में झुलसती भी एक लक्ष्मी (Lakshmi) है और बलात्कार जैसे भयंकर रोग से पीड़ित होने वाली भी एक लक्ष्मी ही है। आदमी जिसे पैरों की धूल समझे, वो भी लक्ष्मी और बाप जिसे बेटे से कम आंके वो भी एक लक्ष्मी।

अंतर्मन में झांको और स्वयं से प्रश्न करो कि कैसी दीपावली (Deepavali) मना रहे हो आप। क्या सच में दिवाली ऐसी-ही मनाई जानी चाहिए ?

6. साफ़-सफाई घर की बेहद अच्छी तरह से करते होंगे आप और क्यों न करें, दीपावली (Deepawali) का पर्व जो है। लेकिन जिस देश में आपका स्वच्छ घर है, क्या उस देश की भी साफ़-सफाई आपकी जिम्मेदारी नहीं ?

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झिलमिलाते दीपों की रोशनी से प्रकाशित ये दीपावली आपके घर में सुख समृद्धि और आशीर्वाद ले कर आए। 🙂 शुभ दीपावली! 🙂

घर में जाले साफ़ करना और बाहर पान थूकना, घर में धूप जलाना और बाहर खुले में शौच, घर में बच्चों को बताना कि कूड़ा कूड़ेदान में डालें, लेकिन बाहर उन्हीं के सामने चलती गाड़ी में से कूड़ा फ़ेंक देना।

Essay on Diwali in Hindi

दीपावली (दिवाली) पर निबंध एवं भाषण

7. इसके अतिरिक्त दीपावली (Diwali) से जुड़ी सबसे बड़ी समस्या। हम माता लक्ष्मी से प्रार्थना करते हैं कि हमें समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य बक्शें। दूसरी तरफ दीपावाली पर अनगिनत पटाखे जलाकर उसी दिन को हम सबसे अधिक प्रदूषित (Polluted) कर देते हैं, तो फिर ईश्वर से अच्छे स्वास्थ्य की मांग क्यों ?

हर दीपावली किसी न किसी पटाखे (Crackers) के बाज़ार में आग लगने से लाखों रूपए की हानि के साथ हज़ारों की जान भी चली जाती है, जो पूर्णत: हमारी ही गलती है। फिर भी हम ईश्वर को कोसते हैं, क्यों ?

मैं ये तो नहीं जानता कि इस पर्व (festival) पर आप क्या करना चाहते हैं, लेकिन इतना अवश्य कहूँगा कि ऊपर लिखी गयी बातों को पढ़कर आप यदि वो कार्य करते हैं, जो ये बातें आपको समझाती हैं, तो इस बार की दीपावली (Diwali) आपको आंतरिक सुख (happiness) और प्रसन्नता की अनुभूति जरूर करवाएगी।

किसी गरीब को मिठाई (sweet) न सही, कुछ किताबें ही बाटें। अपने रिश्तेदारों को नए कपडें दें, तो किसी ज़रूरतमंद को अपनी उतरन ही दे दें। किसी औरत की सड़क पर रक्षा के लिए हाथ बढायें। बच्चों को पटाखे छोड़ दीपों के संग दीवाली (Diwali) मनाना सिखाएं।

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महादेवी माँ लक्ष्मी की कृपा से आपके घर में हमेशा उमंग, उल्लास और आनंद की रौनक बनी रहे। 🙂 इस पावन मौके पर आप सब को दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें!! 🙂

इनमें से कुछ भी करके देखें, सच में दीपावली और सुहानी हो जायेगी और दिवाली (Diwali) का अर्थ ही बदल जाएगा। आइये साथ मिलकर बढ़ाते हैं एक कदम और इस दीपावली किसी एक व्यक्ति के जीवन को वास्तव में करते हैं खुशियों से रौशन।

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13 Comments

    • HindIndia
      HindIndia

      Thanks Sanjay ji 🙂

      October 15, 2017
      |Reply
  1. jay
    jay

    Superb Articles .
    thanks

    October 15, 2017
    |Reply
    • HindIndia
      HindIndia

      Thank you Jay ji.

      October 15, 2017
      |Reply
    • HindIndia
      HindIndia

      Thanks and Happy Diwali to you and your team 🙂

      October 20, 2017
      |Reply
    • HindIndia
      HindIndia

      Thanks and same to you 🙂

      October 20, 2017
      |Reply
  2. दीपावली पर बहुत अच्छा सार्थक निबंध | शेयर करने के लिए शुक्रिया

    October 19, 2017
    |Reply
    • HindIndia
      HindIndia

      धन्यवाद … @Atoot Bandhan. 🙂

      October 20, 2017
      |Reply
  3. Dipawali pr bahut hi achha post share kiya hai apne, apko dipawali hi hardik shubh kamnaye…
    apka bahut bahut dhanyawaad.

    October 21, 2017
    |Reply
  4. Avani
    Avani

    Superb

    October 22, 2017
    |Reply

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